इन दिनों मेहंदी में अचानक तेजी देखने को मिल रही है। इसका मुख्य कारण है खुटन | इस समय तेज़ धूप और गर्म हवाओं की वजह से खुटन की फसल जल रही है, जिससे बाजार में इसकी उपलब्धता कम हो गई है।
इसके साथ ही, खिचड़ भी तेज गर्मी के कारण जलने लगे हैं। जब बीज ही सुरक्षित नहीं रहेंगे, तो आने वाले समय में मेहंदी के पौधे तैयार होना भी मुश्किल हो जाएगा। इस प्राकृतिक नुकसान का सीधा असर मेहंदी की कीमतों पर पड़ा है।
अनुमान है कि:
मेहंदी खुटन की कीमत ₹7,000 प्रति क्विंटल तक पहुंच सकती है
जबकि मेहंदी कातीरा की कीमत ₹10,000 प्रति क्विंटल होने की संभावना है।
जलवायु परिवर्तन और असमय गर्मी का यह असर न केवल किसानों के लिए चिंता का विषय है, बल्कि व्यापारियों और उपभोक्ताओं के लिए भी चुनौती है। आने वाले समय में मेहंदी से जुड़ी गतिविधियों पर इसका बड़ा असर पड़ सकता है।